Manona Dham Mein Aaye kai Lakh Bhakt – सभी भक्त लोगों को जय श्री श्याम जैसा कि आज पुत्रदा एकादशी है आज मनोना धाम में जो भक्त लोग आए हैं उनके साथ क्या-क्या अच्छी बातें हुई और मनोना धाम में बहुत अधिक मात्रा में वक्त लोग आए हैं हम कह सकते हैं कि कई लाख भक्त लोग मनोना धाम में आज एकादशी पर आए हैं तो उसके बारे में हम आज के इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे मनोना धाम की जो चमत्कार है मनोना धाम में जो लोगों का विश्वास है वह काफी हद तक बढ़ चुका है और मनोना धाम में आए दिन चमत्कार भी होते रहते हैं तो चलिए इसके बारे में डिटेल से हम चर्चा करेंगे
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एकादशी पर मनोना धाम में इतने ज्यादा भक्त क्यू आते हैं 2024 ?
अब जैसा कि दोस्तों अभी के समय में मनोना धाम में हर दिन बहुत ज्यादा भक्त लोग आते हैं लेकिन सबसे ज्यादा जो भक्त लोग हैं वह एकादशी पर आते हैं तो आखिर एकादशी पर मनोना धाम में इतनी ज्यादा भक्त लोग क्यों आते हैं आपके मन में भी यह सवाल चल रहा होगा तो आज हम इसी के ऊपर चर्चा करेंगे आपको बताएंगे कि मनोना धाम हमें सिर्फ एकादशी वाले दिन सबसे ज्यादा भक्त लोग क्यों आते हैं
अब इसके पीछे क्या कारण है एकादशी पर ही मनोना धाम में इतनी ज्यादा बाकी लोग क्यों आते हैं बाकी दिन और जो दिन होते हैं उनमें तो इतनी ज्यादा मात्रा में भक्त लोग नहीं आते हैं तो इस बारे में मैं आपको नीचे बहुत डिटेल से बताऊंगा तो आप लोग अच्छे से ध्यान से पढ़ना

- एकादशी व्रत: तो सबसे पहले हम बात करेंगे दोस्तों एकादशी व्रत के बारे में आप जैसा कि आप लोग जानते हैं कि जो हमारा हिंदू धर्म है उसमें एकादशी का दिन भगवान विष्णु का दिन माना जाता है ठीक है और जो खाटू श्याम जी है उनको भगवान विष्णु यानी कि कृष्ण भगवान का अवतार माना जाता है अब आप लोग तो यह बात जानते होंगे अगर आप लोग नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता दूं की एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु के जितने भी अवतार हैं उनको जो भक्त लोग हैं भगवान विष्णु जी के उनको पूजते हैं और उनके लिए व्रत रखते हैं
- जिसको हम उपवास बोलते हैं यह व्रत दो दिन का व्रत होता है इस व्रत को रखने से भगवान विष्णु जी की काफी ज्यादा कृपा होती है भक्तो के कष्ट दूर होते है और भक्त लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं खाटू श्याम जी को भगवान विष्णु यानी कि कृष्ण भगवान का अवतार माना जाता है और एकादशी व्रत विष्णु जी का ही रखा जाता है इसलिए दोस्तों खाटू श्याम जी भगवान यानी कि खाटू श्याम जी के मंदिर में भक्त लोगों की एकादशी वाले दिन बहुत ज्यादा मात्रा में भीड़ देखने को मिलती होगी एकादशी वाले दिन मनोना धाम में इसीलिए क्योंकि खाटू श्याम जी मनोना धाम में पूजे जाते हैं जो मनोना धाम में वह खाटू श्याम जी का धाम है इसीलिए भक्त लोग जो है खाटू श्याम बाबा के विष्णु भगवान के जो भी भक्त हो गए हैं वह मनोना धाम में बहुत अधिक मात्रा में जाते हैं एकादशी वाले दिन
- धार्मिक उत्सव – एकादशी वाले दिन दोस्तों जो खाटू श्याम जी है ना उनके मंदिर में उनके दरबार में जाकर जो उनके भक्त लोग हैं वह विशेष पूजा अर्चना करते हैं और आप तो हम अच्छे से समझाएं तो आपको बता दें कि जो खाटू श्याम जी के मंदिर होते हैं जहां भी जैसे की मनोना धाम है तो वहां पर दोस्तों एकादशी वाले दिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है और धार्मिक उत्सव मनाया जाता है जिस वजह से दोस्तों मनोना धाम में एकादशी वाले दिन जो खाटू श्याम जी यानी कि विष्णु भगवान के जो भी भक्त लोग हैं वह मनोना धाम में अधिक मात्रा में जाते हैं एकादशी वाले दिन
एकदशी ब्रत में मनोना धाम में श्याम बाबा को भोग लगाना है

और जो लोग एकादशी का व्रत रखते हैं उपवास रखते हैं उनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो मनोना धाम में आने की खाटू श्याम जी के दरबार में मंदिर में जाकर ही मतलब वहां पर जाकर अपना व्रत पूरा करते हैं अपने-अपने श्रद्धा के अनुसार मनोना धाम में भक्त लोग जाते हैं एकादशी वाले दिन और अपने श्रद्धा अनुसार बाबा श्याम कोयल की खाटू श्याम जी को प्रसाद अर्पित करते हैं और उपवास रखते हैं और दूसरे दिन वह जो व्रत रखते हैं उपवास रखते हैं जो भक्त लोग वह बाबा श्याम को भोग लगाने के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं उपवास खोलते हैं
एकादशी वाले दिन अगर आप लोग मनोना धाम में या खाटू श्याम जी बाबा के किसी भी दरबार मंदिर में अगर जाते हैं उनके दर्शन करते हैं तो उसे दिन आपको बहुत विशेष रूप से उनकी आपको आपकी कोई भी अगर मनोकामना है तो वह पूरी होती है ऐसा माना जाता है और खाटू श्याम जी बाबा के विष्णु भगवान की काफी ज्यादा कृपा आप पर होती है जिस वजह से मनोना धाम में एकादशी वाले दिन बहुत ज्यादा मात्रा में काफी अधिक मात्रा में भक्त लोग जाते हैं खाटू श्याम बाबा के दरबार में मनोना धाम में |
पिछली बार एकादशी पर मृत लड़की हुई जिंदा मनोना धाम में 2024
अगर आप लोग नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता दूं जो पिछली बार की एकादशी पीना उसमें मनोना धाम में एक भक्त के साथ में बहुत बड़ी कृपा हुई अब जैसा कि आप जानते हैं कि मनोना धाम में जो महंत जी हैं वह जल देते हैं और वह जल अगर कोई भी रोगी पिता है अगर किसी भक्तों को कोई दिक्कत है और वह जल पिता है तो उसकी दिक्कत समाप्त हो जाती है तो आपको बता दें इसी प्रकार मनोना धाम में एक मृत लड़की आई थी जिसको डॉक्टर लोगों ने मृत घोषित कर दिया था
उसे मृत लड़की को महंत जी ने जल बाबा श्याम जी की कृपा से जो जल है वह जल पिलाया था और वह जल पिलाने के बाद बाबा श्याम की इतनी ज्यादा उसे भक्ति पर कृपा हुई कि वह जो लड़की थी वह ठीक हो गई यह कृपा उनके साथ में हुई एकादशी को पिछली बार जो एकादशी थी उसे पर इसीलिए दोस्तों मनोना धाम में एकादशी पर बहुत ज्यादा मात्रा में अधिक मात्रा में ज्यादा से ज्यादा भक्त लोग मनोना धाम में आते हैं श्याम बाबा के लिए खाने का मतलब मेरा यह है कि उनके दर्शन करने के लिए आते हैं
NOTE – आज मैंने आप लोगों को एकादशी पर मनोना धाम में इतनी ज्यादा भक्त लोग क्यों आते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल से बहुत अच्छे से आपको जानकारी प्रोवाइड करवाई है और मैंने आपको हिंदी में ही सब कुछ समझाया है अगर आप मेरे से मुझे लिखने में किसी प्रकार की कोई भी चुराती हुई है गलती हुई है तो मुझे क्षमा करें और मुझे नीचे उसके बारे में बताएं कमेंट बॉक्स जो की कॉन्टेक्ट्स फॉर्म है उसमें मुझे बताएं कि मुझे यह गलती हुई है मैं उसे गलती को सुधार दूंगा जय श्री श्याम जय श्री श्याम ।
Manona Dham Mein Aaye kai Lakh Bhakt देख कर हुए अच्छे-अच्छे मीडिया वाले हैरान
एकादशी पर विष्णु भगवान के लिए लोग व्रत रखते हैं अब जैसा कि यह बात आप लोग भी जानते हैं अगर नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता दूं जो एकादशी व्रत है विष्णु भगवान के लिए ही रखा जाता है अब जो विष्णु भगवान है उनके कितने अवतार हैं यह तो आपको भी पता होगा नहीं पता है तो आपको बता दे उनके कई सारे अवतार हैं जिसमें एक्शन भगवान का भी एक अवतार है
जो कृष्ण अवतार है विष्णु भगवान जी का उसको आज के समय में दुनिया का हर कोई मानता है और जो श्याम बाबा है उनका कृष्ण भगवान से क्या नाता है यह आप अच्छे से जानते होंगे अगर श्याम बाबा को आप लोग मानते होंगे जब चलो फिर भी मैं आपको कुछ थोड़ा सा बता देता हूं उनके बारे में जो श्याम बाबा है ना उनको आज हम हारे का सहारा कहते हैं वह नाम दिया था कृष्ण भगवान ने उनको
कृष्ण भगवान ने ही वरदान दिया था बर्बरीक को कि आप आने के आने वाले कलयुग में हर के सहारे के नाम से पुकारे जाओगे और आप जो भी व्यक्ति कलयुग में हारेगी उसका सहारा बनोगे आप जब वह आपके दरबार में आएगा जब और आप मेरे नाम श्याम नाम से जान जाओगे और जो व्यक्ति आपको मानेगा वह मुझे ही मानेगा जो भोग आपको लगाएगा वह वह मुझे प्रसन्न करेगा
अतः कलयुग में जो भी श्याम नाम से आपको बुलाएगा वह मुझ तक अपने आप पहुंच जाएगा कलयुग में मैं और तुम सिर्फ एक ही होंगे इसीलिए जो एकादशी है ना बे बाबा श्याम की भी है और कृष्ण भगवान की भी है तो यह लोग एक ही है आपको मैं बता दूं कि इसलिए हर व्यक्ति यही चाहता है कि हम एकादशी का व्रत है जो उसको बाबा श्याम के चरणों में जाकर बाबा श्याम के दरबार में जाकर ही खोले तो उन्हें काफी ज्यादा उसका फल मिलेगा
इसीलिए एकादशी पर मनोना धाम में काफी ज्यादा भक्त लोगों की भीड़ लगती है एकादशी वाले दिन जितने लोग एक सप्ताह में आते हैं उससे कहीं ज्यादा एक दिन में एकादशी वाले दिन भक्त लोग मनोना धाम में एक दिन में आ जाते हैं तो यह सब देखने के बाद जो मीडिया वाले लोग देखते हैं ना तो वह भी हैरान हो जाते हैं कि बाबा श्याम को मानने वाले कितने ज्यादा लोग हैं इस समय
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1 thought on “पुत्रदा एकादशी 2024 को, Manona Dham Mein Aaye kai Lakh Bhakt”